समाजशास्त्र क्या है- परिभाषा Samajshastra Kya Hai? Samajshastra Ki Paribhasha

हेलो दोस्तों आज हम जानेंगे Samajshastra Kya Hai समाजशास्त्र क्या है? समाजशास्त्र की परिभाषा क्या है? समाजशास्त्र किसे कहते हैं? ग्रामीण समाजशास्त्र क्या होती है? समाजशास्त्र के जनक कौन है? Samajshastra Ki Paribhasha, समाजशास्त्री से आप क्या समझते हो? और समाजशास्त्र का विज्ञान से क्या संबंध है, आदि की जानकारी इस आर्टिकल में दी जाएंगी, तो आप इसे पूरा पढ़े।

samajshastra ki paribhasha

Samajshastra Kya Hai

समाजशास्त्र सामाजिक प्राणी के रूप में मनुष्य का समाज के प्रति कर्तव्यों आदि का विवेचन करने वाला शास्त्र होता है। इसमें समाज से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे- समाज में मनुष्य के प्रति क्या है, क्या नहीं है? और समाजशास्त्र का अर्थ क्या होता है? आदि के बारे मे समझा जाता है। समाजशास्त्र एक सामाजिक तत्व है, जिसमें समाज के लेखा-जोखो का वर्णन किया जाता है।

Samajshastra Ki Paribhasha Dijiye

समाजशास्त्र की परिभाषा अनेक विद्वानों ने अलग-अलग दी है, समाजशास्त्र मानव समाज का अध्ययन है। यह सामाजिक विज्ञान की एक शाखा है, जो मानवीय सामाजिक संरचना और गतिविधियों से सम्बन्धित जानकारी को परिष्कृत करता है। विभिन्न विद्वानों जैसे- मैक्स वेबर, मौरिस गिन्सबर्ग, दुर्खीम, ऑगस्त काॅम्टे तथा अन्य वैज्ञानिकों के अनुसार समाजशास्त्र की परिभाषा अलग-अलग है।

Samajshastra Ki Paribhasha

समाजशास्त्र का अर्थ, समाजशास्त्र की परिभाषा और समाजशास्त्र की विशेषताओं पर अनेक वैज्ञानिकों ने अपने अलग-अलग मत दिए, आंगस्टे कॉमटे को समाजशास्त्र का जन्मदाता माना जाता है।

आंगस्टे का विचार है, कि जिस प्रकार से हम भौतिक वस्तुओं का अध्ययन करने के लिए जीवन शास्त्र, रसायन शास्त्र तथा भौतिक शास्त्र विज्ञान होते है। ठीक उसी प्रकार से समाज के अध्ययन के लिए सामाजिक विज्ञान की आवश्यकता होती है, आंगस्टे कॉमटे ने सामाजिक को भौतिक शास्त्र का नाम दिया है, उसके कुछ समय बाद कॉमटे ने 1838 में समाजशास्त्र का नाम दिया है।

Samajshastra Ki Paribhasha Dijiye

समाजशास्त्र की परिभाषा

दुर्खिम के अनुसार समाजशास्त्र सामूहिक प्रतिनिधि का विज्ञान है जिसमें समाज से संबंधित सभी तथ्यों का अध्ययन किया जाता है।

मैक्स वेबर के अनुसार समाजशास्त्र वह विज्ञान है जिसमे सामाजिक क्रिया का निर्वचनात्मक बोध करने का प्रयत्न किया जाता है, जिसमें इसकी (सामाजिक क्रिया की) गतिविधि तथा परिणामों की कारण-सहित व्याख्या प्रस्तुत की जा सके।

जानसन के अनुसार समाजशास्त्र का विज्ञान है जिसमें सामाजिक समूह के आर्थिक स्वरूप और संगठनों के प्रकारों का अध्ययन किया जाता है अथवा उन्हें परिवर्तित करने के प्रयत्न किए जाते हैं और समूह के बीच संबंध स्थापित किए जाते हैं।

मेकाइवर और पेज के अनुसार समाजशास्त्र सामाजिक संबंधों का जाल है जिसमें सामाजिक तथ्यों से संबंधित अध्ययन किया जाता हैं।

ऑगस्ट कोम्टे के अनुसार समाजशास्त्र सामाजिक व्यवस्था और प्रकृति का विज्ञान है जिसमें समाज की व्यवस्था और समाज की प्रगति के बारे में अध्ययन किया जाता है।

हिलर के अनुसार समाजशास्त्र व्यक्तियों के पारस्परिक संबंधों का अध्ययन कर एक दूसरे के प्रति उनका व्यवहार और उनके मापदंड जिन पर व्यवहार को नियंत्रित करते हैं वह शब्द समाजशास्त्र के अंतर्गत आते हैं।

टॉनिज के अनुसार समाजशास्त्र संपूर्ण रूप से मानव के साथ साथ रहने वाला सिद्धांत है जो समाज से संबंधित जानकारी का अध्ययन करवाता है।

ओडम के अनुसार समाजशास्त्र वह विज्ञान है, जिसमें समाज का अध्ययन किया जाता है।

बोगार्डस के अनुसार समाजशास्त्र उन मानसिक प्रक्रियाओ का अध्ययन है जिसमें सामाजिक वर्गों द्वारा समूह में व्यक्तिगत को विकसित एवं परिपक्व करने का कार्य करती है और समाज को आगे जोड़ने और आगे बड़ाने का मार्ग प्रदान करती है।

जोर्ज सिमेल के अनुसार समाजशास्त्र मनुष्य के अंतः संबंधों के स्वरूपों को जोड़ने का विज्ञान है।

ई.सी.रयूटर के अनुसार इसका उद्देश्य सिद्धांतों के ऐसे समाज की स्थापना करना है जिसमें ऐसे उद्देश्य पूर्ण ज्ञान कोष का निर्माण हो जिसमें सामाजिक और मानवीय वास्तविकता के निर्देश और नियंत्रण संभव हो सके।

एल.टी. हॉबहाउस के अनुसार समाजशास्त्र वह विषय है, जिसमे विषय वस्तु व मानव मस्तिष्क की व्याख्या करना है।

एल.एफ.वार्ड के अनुसार समाजशास्त्र एक समाज का विज्ञान है।

गिलीन के अनुसार समाजशास्त्र अंतः क्रियाओं का अध्ययन है जिसमें जीवित प्राणियों व जीवों के संबंध में उत्पन्न क्रियाओं का अध्ययन है।

ए.डब्लू ग्रीन के अनुसार समाजशास्त्र मानव का उनके समस्त सामाजिक संबंधों में समन्वित और सामान्यीकरण करने वाला विज्ञान है जिससे समाज से जुड़ी सभी क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है।

Samajshastra Kise Kahate Hain

समाजशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान की शाखा है, जो मानवीय सामाजिक संरचना है और गतिविधियों से संबंधित जानकारी को परिष्कृत करने और उनका विकास करने के लिए अनुभवजन्य विवेचन तथा विवेचनात्मक विश्लेषण की विभिन्न पद्धतियां का उपयोग करता है, इसमें समाज कल्याण के अनुसरण में ऐसे ज्ञान लागू करना है जिससे समाज का विकास हो सके।

समाजशास्त्र समाज में व्याप्त व्यवस्थाओं को लेकर सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करता है, इसके अध्ययन से पता चलता है, कि समाज में किस समय क्या बदलाव हुआ है और समाज में किस तरह के लोगो ने जन्म लिया है, उन्होंने समाज के लिए क्या कार्य किए हैं, आदि की जानकारी हमें समाजशास्त्र देता है।

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Samajshastra Ki Visheshta समाजशास्त्र की विशेषताएं

समाजशास्त्र की विशेषता पर अनेक विद्वानों के मत अलग-अलग है। गिडिंग्स के शब्दों में समाजशास्त्र समग्ररूप से समाज का क्रमबद्ध वर्णन और व्याख्या है। गिडिंग्स की इस परिभाषा में स्पष्ट होता है कि समाजशास्त्र समाज के बारे में है, यह समाज का वर्णन तथा सामाजिक संबंधों और घटनाओं का वर्णन करता है। यह वर्णन कलात्मक व संख्यात्मक नहीं बल्कि व्यवस्थित व क्रमबद होता है जिसमें समाज की संपूर्ण जानकारी रहती है।

Gramin Samajshastra

स्टुअर्ट जतिन ने अपनी पुस्तक “सोशल स्ट्रक्चर इन रूलर सोशलिटी” में ग्रामीण समाजशास्त्र की परिभाषित देते हुए लिखा है कि ग्रामीण जीवन का समाजशास्त्र ग्रामीण जनसंख्या ग्रामीण सामाजिक संगठन और ग्रामीण समाज में कार्यरत सामाजिक प्रक्रिया का अध्ययन है, जिसमें स्टुअर्ट ने तीन महत्वपूर्ण बातें बताइए हैं।

  • ग्रामीण सामाजिक संगठन जिसमें गांव की संरचनात्मक एव प्रकार्यातमक अध्ययन पर जोड़ दिया गया है।
  • ग्रामीण जनसंख्या जिसमें गांव की जनसंख्या जनसंख्यात्मक आधार, स्त्री पुरुष अनुपात, घनत्व एवं जनसंख्या वितरण के अध्ययन जोर दिया गया है।
  • सामाजिक प्रक्रिया जिस में ग्रामीण जनसंख्या में पाए जाने वाली विषम संगठनात्मक एवं घटनात्मक समाजवादी प्रक्रियाओं के अध्ययन पर जोर दिया कि जैसे सहयोग अनुकूलन प्रतिस्पर्धा आदि।

स्टीव स्मिथ – ने अपनी पुस्तक द सोशलॉजी ऑफ रूलर लाइफ में लिखे हुए ग्रामीण सामाजिक संबंधों के व्यवस्थित ज्ञान को ही हम सही अर्थों में ग्रामीण जीवन का समाजशास्त्र कर सकते हैं। इसके अलावा स्मिथ ने अन्य स्थानों पर लिखते हुए कहा है कि ग्रामीण समाजशास्त्र अथवा उत्तम रूप से ग्रामीण जीवन का समाजशास्त्र विज्ञान की व्यवस्थित शाखा है जो ग्रामीण समाज इसके संगठन और सूचना तथा इसकी प्रक्रिया में वैज्ञानिक विधि के परिणाम स्वरूप पनपी है।

Samajshastra Ke Janak

समाजशास्त्र के जनक अगस्ते कॉमटे है, जिनका जन्म दक्षिण पश्चिमी फ्रांस के मॉन्टेपेलीय नगर में 1798 में हुआ था। इन्होंने समाजशास्त्र लोगों के समुदायों और समाजों के जीवन का अध्ययन किया है। इन्होंने समाजशास्त्र के ऊपर काफी अध्ययन कर अनेक जानकारी प्र्दान की है।

Samajshastra Se Aap Kya Samajhte Hain

समाजशास्त्र मुख्य रूप से समाज, सामाजिक सम्बन्धों, सामाजिक जीवन, सामाजिक घटनाओं, व्यक्तियों के व्यवहार एवं कार्यों, सामाजिक समूहों एवं सामाजिक अन्तर्क्रियाओं का अध्ययन करने वाला विषय है। यह एक आधुनिक विज्ञान है। इसमें मानव व्यवहार के प्रतिमानों और नियमितताओं पर विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित किया जाता है।

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समाजशास्त्र का महत्व

  • समाजशास्त्र सामाजिक घटनाओं का तार्किक अध्ययन करता है जिसकी उनकी सहायता से सामाजिक घटनाओं के कार्य एवं कारण को समझकर उसकी समस्याओं एवं आवश्यकताओं को सही ढंग से समझा जा सकता है।
  • समाजशास्त्र के सामाजिक संस्थाओं एवं सामाजिक संबंधों के तार्किक अध्ययन से सामाजिक प्रकृति की वास्तविक व्याख्या की जा सकती है। मनुष्य क्यो सामाजिक प्राणी है, वह क्यों समूह, समुदाय, परिवार में रहता है और कैसे विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से अपनी आवश्कताओं की पूर्ति करता है, इन सब बातो को ठीक ढंग से समझा जा सकता है।
  • सामाजिक प्राणी होने के कारण मनुष्य को समाज की संरचना, प्राकार्य, समस्याओं एवं आवश्कताओं का ज्ञान होना आवश्यक है। जिसके लिए समाज की कार्यप्रणाली को समझना आवश्यक होगा समाजशास्त्र समाज के इन नियमों एवं कार्यप्रणालियों को वैज्ञानिक ढंग से समझता है।
  • आधुनिक समय में समाज अनेक समस्याओं से घिरा है। जिसे समझने के लिए समाज का वैज्ञानिक अध्ययन आवश्यक है जिससे सामाजिक समस्याओं को ठीक ढंग से समझ कर उसका ठीक निदान ढूंढा जा सके।
  • समाजशास्त्र ने अपराध एवं अपराधियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण ही बदल दिया। अब अपराध को जैविक और मानसिक तथ्य के स्थान पर सामाजिक तथ्य माना जाने लगा। जिसके तार्किक अध्ययन के फलस्वरूप अपराध के सही कारण का पता लगाया जा सकता है।

समाजशास्त्र का विषय क्षेत्र

समाजशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान है, लेकिन प्राकृतिक विज्ञान नहीं – समाजशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान है क्योंकि इसकी विषयवस्तु मौलिक रूप से सामाजिक है तथा इनमें सामाजिक घटनाओं सामाजिक प्रक्रियाओं, सामाजिक संबंधों तथा अन्य सामाजिक पहलुओं एवं तथ्यों का अध्ययन किया जाता है।

समाजशास्त्र समाज का विज्ञान है समझाइए

समाजशास्त्र मुख्य रूप से समाज, सामाजिक सम्बन्धों, सामाजिक घटनाओं, व्यक्तियों के व्यवहार एवं उनके कार्यों, सामाजिक समूहों तथा सामाजिक अन्तर्क्रियाओं का अध्ययन करने वाला विषय है। यह केवल एक आधुनिक विज्ञान है। जिसमे मानव व्यवहार के प्रतिमानों और नियमितताओं पर विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित किया जाता है।

Samajshastra Kya Hai FAQ

Samajshastra ko English Mein Kya Kahate Hain

समाजशास्त्र को अंग्रेजी में सोशलॉजी (sociology) कहते हैं।

Samajshastra Ke Janak Kaun Hai

समाजशास्त्र के जनक आगस्ते कॉमटे है जिनका जन्म दक्षिणी पश्चिमी फ्रांस में हुआ था।

Samajshastra Ko Paribhashit Kijiye

सामाजिक प्राणी के रूप में मनुष्य का समाज के प्रति कर्तव्यों आदि का विवेचन करनेवाला शास्त्र समाजशास्त्र कहलाता है समाजशास्त्र मानव समाज का अध्ययन है। यह सामाजिक विज्ञान की एक शाखा है, जो मानवीय सामाजिक संरचना और गतिविधियों से सम्बन्धित जानकारी को परिष्कृत करने और उनका विकास करने के लिए विवेचनात्मक विश्लेषण की विभिन्न पद्धतियों का उपयोग करता है, अक्सर जिसका ध्येय सामाजिक कल्याण के अनुसरण में ऐसे ज्ञान को लागू करना समाजशास्त्र के अंतर्गत आता है।

Kis Varsh Mein Samajshastra Shabd Ka Pratipadan Hua

समाजशास्त्र शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग संग 1938 में फ्रांस के महान लेखक आंगस्टे कॉमटे ने किया था आंगस्टे कॉमटे के अनुसार समाजशास्त्र का मुख्य उद्देश्य समाज की प्रकृति और प्राकृतिक कारणों तथा नियमों की खोज करना है समाजशास्त्र को एक नवीन विषय के रूप में देने का श्रेय आंगस्ट कॉमटे को जाता है।

समाजशास्त्र की प्रकृति क्या है

समाजशास्त्री का कार्य समाज से संबंधित ज्ञान के क्रमबद्ध संकलन से है व समाज के अंदर घटित होने वाली घटनाओं के अध्ययन, विश्लेषण और निरूपण से हैं समाजशास्त्र की प्रकृति वैज्ञानिक भाषा में विभक्ति है।

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हेलो दोस्तो मेरा नाम पूजा हैं, और मुझे प्रेरणा दायक किताबे पढ़ना बहुत पसंद है। मुझे किसी भी टॉपिक के बारे में अलग अलग जगह से जानकारी प्राप्त करके उसके बारे में लिखना बहुत अच्छा लगता है। आपके कुछ भी सवाल हो तो आप कमेंट करके जरूर बताएं मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको केसी लगी? कॉमेंट करके जरुर बताएं।

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